Shayari......लोग देखेंगे तुझे….. और पहचानेंगे मुझे…..
लोग देखेंगे तुझे….. और पहचानेंगे मुझे…..
लोग देखेंगे तुझे….. और पहचानेंगे मुझे…..
मै ख्वाहिशो मे कैद हूँ.... और हकीकतें मेरी सजा है !!.....Md
*मेरे वजूद में* महकता है। इश्क तेरा, *ख़ुशबू की तरह*…Md...
*मेरी ही नहीं सुनता, ये दिल..* *तेरी तो, बाते बहुत करता है...*….Md
ज़रा ज़िद्दी हूँ ख़्वाब देखने से बाज़ नहीं आता इतनी सी बात पर हकीक़तें रूठ जाती हैं मुझसे....…
इसी को इश्क़ कहते हैं शायद तू मेरे क़रीब नहीं मैं तुमसे दूर नहीं…..Md
*दिल समंदर जैसा रखना* *साहब* *नदिया सामने से मिलने आएगी।*…Md..
मैं चुप हूँ पर मेरी ख़ामोशी बे-जुबां नहीं.... खामोश हूँ क्यूँ की मैं बद-जुबां नहीं....Md
.*वक्त, ख्वाहिशें और सपने...* *हाथ में बंधी घडी की तरह होते हैं.....* *जिसे हम उतार कर रख भी दें, तो भी उनका चलना रुकता नहीं..M…
बस थामे रहना ..हाथ मेरा, हम बताएँगे-- फिर ........., इश्क की हद क्या होती है!!... ….Md
कुछ खास है उनका गली से गुजरने का इशारा भी खनखना देती है पायल जब भी निकलती है गली से!!
मेरी शायरियों का बस इतना उसूल है ..!! तेरी वाह से मुकम्मल, वर्ना फिजूल ...!!!!...Md
कोई तुम्हें न मांगे ये भी दुआ मांगते है हम...Md
सुनो ना, काश सैलरी भी मेरी होती तेरी यादों जैसी... हर शाम को कल से ज्यादा मिलती
कागज़ों पे लिख कर ज़ाया कर दूँ मैं वो नहीं...!!_ _वो शायर हूँ जिसे दिलों पे लिखने का हुनर आता है...!!!!_...Md…
मेरे प्यार की सरहद तुम्हारी बाँहों के दायरे में है........... जहाँ किसी अजनबी को आने की इजाजात नहीं है...Md…
नज़र लग जाती है हर खुबसूरत.... चीज़ को काला धागा बाँध दे कोई मेरे ईश्क़ को ……Md
कुछ तो बात है उस एक पल में..!! ज़िंदगी बीत गयी, वो नही बीता....!!!!......Md
जब तक तेरे यादें, दस्तक न दें,- लगता हीं नहीं कि, शाम हो गई…..Md
इतनी गर्मी में लाल कपड़े ना पहना करो ........कसम से चलती फिरती रुह-अफ़्ज़ा लगती हो..!! ....Md…
चाय सा नशा करते हो तुम भी..!! सुबह शाम होते ही तुम्हारी तलब लग जाती है....!!!!..Md
उसके होठों में भी क्या खूब नशा है.....
तुम्हारे पास रहने को घर नहीं है क्या.... हर पल मेरी आँखों में ही रहती हो.......Md *.. ..*…
*जिसे याद करने से* *होंठो पर मुस्कान आ जाए....* *ऐसा ख्याल हो तुम .... *……Md..
सुनो ना, * धड़कते रहेंगे तुम्हारे दिल की गहराइयों में दिन रात हम....* * जो कभी खत्म न हो वो अहसास हैं हम.. …
तुम सुनो ना सुनो , कहा तुम्हे ही जाएगा .. . तुम देखो ना देखो , शब्दो का वार , हर -बार , बार - बार , …
होंठों पे वहीं ख्वाहिश, आँखों में हसीन अफसानें हैं-- वो आज भी एक मदहोश गजल हैं और हम आज भी उनके दीवाने है---Md…
तेरा साथ …… हाथो में हाथ……Md
तू हैं कही पे हैं, मुझे मालूम तू हसरत हैं दिल की मै जानता हूँ...
जल गया सारा जमाना हम से ......जब हमने हर दुऑ मै तेरा साथ मांगा…..Md
दिल बड़ा रखिये और लोगो को माफ़ कर दिजिये
Shayari.....उसकी आंखें बताती हैं... जहाँ भी मुझसे मिलती हैं... Md... हम ने देखी है इन आँखों की महकती खुशबू……
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