Shayari ......*वक्त, ख्वाहिशें और सपने...* *हाथ में बंधी घडी की तरह होते हैं.....* *जिसे हम उतार कर रख भी दें, तो भी उनका चलना रुकता नहीं..Md* Good morning *

.*वक्त, ख्वाहिशें और सपने...* *हाथ में बंधी घडी की तरह होते हैं.....* *जिसे हम उतार कर रख भी दें, तो भी उनका चलना रुकता नहीं..Md* Good morning *

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