Shayari....आँखों ही आँखों में बातें हुई हज़ार..... फिर जाने कहाँ खोए हम सरे बाजार......Md
आँखों ही आँखों में बातें हुई हज़ार..... फिर जाने कहाँ खोए हम सरे बाजार......Md
आँखों ही आँखों में बातें हुई हज़ार..... फिर जाने कहाँ खोए हम सरे बाजार......Md
तुम ..ना मौसम थे.. ना किस्मत..ना तारीख ....ना ही दिन, किसको मालूम था ...इस तरह बदल जाओगे....।।….Md
.तेरी मोहब्बत के खुदा और क्या मांगू खुदा तुम्हें खुशियाँ दे और मुझे तुम्हारा साथ...Md
जब भी कलम का कागज से मिलन होता है .. तेरा सिर्फ तेरा जिक्र होता है..!!...Md
हाथ होता तो हम छुड़ा लेते,,, पकड़े बैठे हैं वो....निगाहों से ....Md
बहुत खूबसूरत होता है वो पल जब कोई कहता है तुम याद आ रहे हो...Md
*सुकून से ही दूर जा रहे है....!!* *सुकून की तलाश मे....!!*…Md
मैं सख्त #गर्मी में भी नही #भूलता हूँ तुमको तुम #याद आती हो मुझे #ठंडे_पानी की तरह Md
लोग इस्क मैं कैसे लैब मिला लाए हैं हमने उनसे नजरे भी मिलाई ,तो भी होश नहीं रहता...Md
अल्फ़ाज़ गिरा देते हैं, ज़ज्बात की कीमत..... .... ... .. . जज़्बात को लफ़्ज़ों में ना ढ़ाला करे कोई...Md
कितनी तबदीलियां लाऐ हैं अब हम अपने आप में.. एक तुझे याद करने की वो आदत अब भी बाकी है ।।….Md
"खुदा का शुक्र है की ख्वाब बना दिये, वरना तुम्हे देखने की तो हसरत ही रह जाती."...!!! …..Md
लाख शिकायतें हैं मगर कैसे करूँ बयाँ.. इधर दिल अपना उधर तुम अपने....Md
लौट आते तेरे पास..!! मगर क्या फ़ायदा.?? ना तेरे दिल में मेरे लिये मोहब्बत रही, ना तुझे इस मोहब्बत की ज़रूरत रही.!!...Md…
चाँद पे दाग होना तो एक बहाना था… इसका असली मकसद मेरे यार को सबसे खूबसूरत बताना था…...Md
मेरी चाहतो की शाम उस दिन हसीन हो जाए .. जब मैं तुम्हे माँगू, और हर तरफ आमीन-आमीन हो जाए ...Md
हर फिजा़ में तेरा रंग है तू दूर रह कर भी मेरे संग है Md
.कैसे बचाते हम अपने आप को शरारत तो होनी ही थी... दिल हमको भी दिया है खुदा ने मोहब्बत तो होनी थी ....Md
बहके-बहके अंदाजे बयाँ होते है, आप होते हो तो होश कहां होते है!…Md
आ संवार दूं तुझे अपने लफ़्ज़ों से मैं, कई दिन से मन का कागज़ उदास है...Md
*जहाँ खोने को नहीं....* *खो जाने का मन करे वही प्रेम है....!!!!*…Md
_कुछ बूंद हिचकियां मिला दे हवाओं में...!!_ _तेरे पास होने का एतबार सांसों को हो जाए...!!!!_..Md
चाय , शायरी , और तुम्हारी यादे..... आज लफ्जों को मैने शाम की चाय पे बुलाया है..... बन गयी बात तो ग़ज़ल भी हो सकती है।।…..Md…
*छुआ था तुमने मेरे दिल को* *मुझे छुऐ बगैर....!!!!*……Md
द़ीवाने लुट जाएँ मस्ताने लुट जाएँ.., तेरे इश़्क की शमाँ पर परवाने लुट जाएँ..! माल़ूम है हमको तो जल़वा तेरा श़ाकी..,…
वो नर्म गुलाबी लबों पर... पहरे सी नथ जाने कितनी ख़्वाहिशें छिपाऐ रखती हैं ..Md
तुम बिलकुल चाँद की तरह हो ऐ-सनम..... ..... .... . नूर भी उतना, गरूर भी उतना और दूर भी उतना !!!....Md…
'मुमकिन' नहीं है --------- #लिख_पाना 'तुमको' इतने 'खूबसूरत' --------- तो #लफ्ज़ भी नहीं हैं, मेरे पास …
script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-2506946928310805" crossorigin="an…
मरता हूँ आरज़ू में कि ऐ काश लिख सकूँ जैसी हैं आप... ऐसी गज़ल आपके लिये…..Md
script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-2506946928310805" crossorigin="an…
मैं *लब* हूँ मेरी *बात* *तुम* हो.. मैं *तब* हूँ जब *मेरे साथ* *तुम* हो..!…Md.
तुम एतबार की बात करते हो, मैंने तुम्हारे इंतजार से भी मोहब्बत की है !!...Md
सब समझते हैं कि मैं कुछ नहीं., हाँ तेरे बिना तो मैं कुछ भी नहीं...!!...Md
Do visit to my blog and Subscribe it with your email