Shayari.....लाख शिकायतें हैं मगर कैसे करूँ बयाँ.. इधर दिल अपना उधर तुम अपने....Md

लाख शिकायतें हैं मगर कैसे करूँ बयाँ.. इधर दिल अपना उधर तुम अपने....Md

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