Shayari......मेरी मोहब्बत की ना सही....मेरे सलीके की तो दाद दे… रोज़ तेरा ज़िक्र करता हूँ…..बगैर तेरा नाम लिए…...Md.. 🌱

मेरी मोहब्बत की ना सही....मेरे सलीके की तो दाद दे… 
 रोज़ तेरा ज़िक्र करता हूँ…..बगैर तेरा नाम लिए…...Md.. 🌱

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