Shayari.....जिस शाम तु न मिले वह शाम ढलती नहीं आदत सी तु बन गई है आदत बदलती नहीं…Md

.जिस शाम तु न मिले वह शाम ढलती नहीं आदत सी तु बन गई है आदत बदलती नहीं…Md
आदत सी तु बन गई है

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