Shayari.......अपनी साँसे भी करदी है तेरी साँसों में शामिल, अब इस से ज़्यादा तूजे और कैसे चाहूँ....Md

अपनी साँसे भी करदी है तेरी साँसों में शामिल, अब इस से ज़्यादा तूजे और कैसे चाहूँ....Md

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