Shayari .......साँसों की तरह.. तुम भी... शामिल हो मुझमें.... रहते भी साथ हो.. और... ठहरते भी नहीं.... Md

साँसों की तरह.. तुम भी... शामिल हो मुझमें.... रहते भी साथ हो.. और... ठहरते भी नहीं.... Md

0 टिप्पणियाँ