Shayari....हम नही लिखते औरो की तरह डायरीया बस याद तुम्हारी आती है और बन जाती है शायरीया. Md

 हम नही लिखते 
 औरो की तरह डायरीया
 बस याद तुम्हारी आती है 
और बन जाती है शायरीया. Md

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