Shayari.....खुद से बेपरवाह दिखाई देती हो हमेशा,,, फिर भी ऐतबार करती है तुम्हारी आँखे,,,, दिन ना गुजर पाए बहुत याद आती है तुम्हारी आँखे,

एक हसीन झील नजर आती है तुम्हारी आँखे,,,,, 
दिल से कितनी बातें कर जाती हैं तुम्हारी आँखे,,,,
 यादों पर कोई पहरा लगा सकता है कैसे,,,
 जब याद बनकर सताती है तुम्हारी आँखे,,,
 खुद से बेपरवाह दिखाई देती हो हमेशा,,, 
फिर भी ऐतबार करती है तुम्हारी आँखे,,,,
 दिन ना गुजर पाए बहुत याद आती है तुम्हारी आँखे,…...

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