shayari......ये कैसी ख्वाहिश है कि मिटती ही नहीं,जी भर के तुझे देख लिया फिर भी नज़र हटती ही नहीं !!

ये कैसी ख्वाहिश है कि मिटती ही नहीं,जी भर के तुझे देख लिया फिर भी नज़र हटती ही नहीं !!

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