Shayari....तेरे खामोश होंठों पर मोहब्बत गुनगुनाती है तू मेरी है मैं तेरा हूं बस यही आवाज आती है

तेरे खामोश होंठों पर मोहब्बत गुनगुनाती है तू मेरी है मैं तेरा हूं बस यही आवाज आती है .....

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