Shayari.....है एक ढलती शाम, और तुम्हारा साथ...!! ज़िन्दगी से और मैं, मांगू भी तो क्या...??

है एक ढलती शाम, और तुम्हारा साथ...!! ज़िन्दगी से और मैं, मांगू भी तो क्या...?? ....

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