Shayari.....तू मिले या ना मिले..... ये मेरे मुकद्दर की बात है, "सुकून" बहुत मिलता है..... तुझे अपना सोचकर.....Md

.तू मिले या ना मिले..... ये मेरे मुकद्दर की बात है, "सुकून" बहुत मिलता है..... तुझे अपना सोचकर.....Md

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