Shayari.....इंसान जीवन भर गुलाम ही रहता है कहीं पर मजबूरी से और कहीं दिल से।।💕....

इंसान जीवन भर गुलाम ही रहता है कहीं पर मजबूरी से और कहीं दिल से।।💕....

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