Shayari....एक नफरत ही है जिसे इक पल में कोई भी मान लेता है .. ..

एक नफरत ही है जिसे इक पल में कोई भी मान लेता है .. वरना चाहत का यकीन दिलाने में तो उम्र भी कम पड़ जाती है ..Md..

0 टिप्पणियाँ