Shayari.... खुल जाता है तेरी यादों का बाजार कभी कभी और इसी रौनक में मेरा दिन गुज़र जाता है.......

खुल जाता है तेरी यादों का बाजार कभी कभी और इसी रौनक में मेरा दिन गुज़र जाता है......
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