Shayari....बेशक..!... ख्वाहिशें चांद की रखो.. मगर. कबूल उसका दाग भी करो...Md

बेशक..!... ख्वाहिशें चांद की रखो.. 
 मगर. कबूल उसका दाग भी करो...Md

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