Shayari.....खिलखिलाती शाम जैसी तू मेरे सुबह की मुस्कान जैसी तू......

खिलखिलाती शाम जैसी तू मेरे सुबह की मुस्कान जैसी तू क्या बताऊं कैसी लगती हो तुम एक गुलाब के फूल जैसी हसीन हो तुम..

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