Shayari....यूँ लफ्ज़ ढूंढते हो मेरी ख़ामोशी में तुम मेरी आखों मैं देखो , तुम्हे कई फसाने मिलेंगे...Md

क्यूँ लफ्ज़ ढूंढते हो मेरी ख़ामोशी में तुम मेरी आखों मैं देखो , तुम्हे कई फसाने मिलेंगे...Md..

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