Shayari..... *....तन्हां बैठ के अपने हाथों को उठाया....* *...हर शाम...*......

*....तेरी यादों के चिरागों को जलाया हैं....* *...हर शाम...* *....तेरी बातों को सीने से लगाया हैं....* *...हर शाम...* *....मांगी ख़ुदा से तेरी खुशी की दुआएं....* *...हज़ार...* *....तन्हां बैठ के अपने हाथों को उठाया....* *...हर शाम...*......

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