Shayari.......एक प्यास जिसे आवारगी है बस तेरे ही नाम की...!!......

एक ख़्वाहिश जो बेख़ौफ़ सी है मेरे जिस्म के अंदर; एक प्यास जिसे आवारगी है बस तेरे ही नाम की...!!.....

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