Shayari....एक टूटी हुई कश्ती, और सूखा हुआ पानी है... ✍....

मेरी मुहब्बत की बस, इतनी सी कहानी है... एक टूटी हुई कश्ती, और सूखा हुआ पानी है... ✍

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