Shayari....तो न मानने की सारी गुंजाइशें खत्म सी हो जाती हैं .........

सुनो ... जब तुम हक से कोई बात कह देते हो न , तो न मानने की सारी गुंजाइशें खत्म सी हो जाती हैं ....

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