Shayari ...एक तुम हि हो जिसकी मुहब्बत ने मुझे शायर बना दि.....

नही थी मुझे कुछ लिखने कि फुरसत...... एक तुम हि हो जिसकी मुहब्बत ने मुझे शायर बना दि

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