Shayari.....तुमसे बेपनाह करना...*

*माना कि जायज नहीं...* *ये ईश्क तुमसे बेपनाह करना...* *तेरी नजरों में पर वो कशीश देखी...* *कि ठान लिया ये गुनाह करना...* 🌹🌹

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